कवियों, कथाकारों, शायरों, इतिहासकारों, साहित्यकारों से ओतप्रोत रहेगा लिटरेचर फेस्टिवल

तीन दिवसीय छठा अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल का आगाज द लिटरेरी सोसाइटी  ऑफ इंडिया  के तत्वावधान इंडोर स्टेडियम पर हुआ। अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल का उद्घाटन भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता नासिरा शर्मा व वरिष्ठ कवि नंदकिशोर आचार्य के कर कमलों से हुआ। कार्यक्रम समन्वयक रासबिहारी गौड़ ने आज बताया कि अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल में देश विदेश के जाने माने लेखक, विचारक, साहित्य, सिनेमा, पत्रकारिता सहित अनेक क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियां भाग ले रही हैं। इस बार का पहला सत्र राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती वर्ष के मद्देनजर उन्हें समर्पित रहा जिसे सभी ने काफी सराहा। उन्होंने बताया कि फेस्टिवल में भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता नासिरा शर्मा, वरिष्ठ कवि नंदकिशोर आचार्य, पत्रकार राजदीप सरदेसाई, राज्यसभा टीवी के सम्पादक रहे राहुल देव, हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति ओम थानवी, बिहारी पुरस्कार विजेता आईदान सिंह भाटी, प्रसिद्ध कवि एवं गांधीवादी चिंतक अनिरुद्ध उमठ, वरिष्ठ शायर अशोक रावत, डेनमार्क से अंग्रेजी लेखिका अर्चना पैन्यूली, इजिप्ट से कथाकार रफी मोहम्मद, युवा कवियत्री प्रिया मलिक, युवा कवि चिराग जैन सहित कई लोग तीनों दिनों में शिरकत करेंगे। कार्यक्रम में तीन दिनों में बारह से ज्यादा सत्र आयोजित किए जाएंगे। अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल के दौरान आज अजमेर के प्रसिद्ध कवि रासबिहारी गौड़ द्वारा लिखित पुस्तक किसी दिन लिखूंगा कविता का भी विमोचन किया गया। कार्यक्रम समन्वयक रासबिहारी कॉलोनी बताया कि अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल का प्रवेश नि:शुल्क रखा गया है।