16 दिसंबर सन 2019 पोस कृष्णा पंचमी सोमवार को मलमास धनु संक्रांति दोपहर 3:26 पर प्रारंभ हो गई है जो 14 जनवरी 2020 रात्रि 2:06 तक प्रभावित रहेगी। मकर सक्रांति पर्व 15 जनवरी 2020 को प्रातः काल से पुण्य काल प्रारंभ होगा। मलमास में शुभ कार्य मंगल कार्य विवाह आदि उपनयन शुभ मुहूर्त वर्जित रहेंगे। ज्योतिष मत के अनुसार मगर शास्त्रों में वर्णित है कि मलमास पौष मास धनु संक्रांति मास में दान पुण्य का कार्य कोठी गुना फल लिखा है। सूर्य भगवान गुरु के घर में धन राशि पर 1 महीने तक विद्यमान रहेंगे। ऐसा लिखा हुआ है कि सूर्य भगवान नौ ग्रहों के अधिपति राजा है एवं गुरु बृहस्पति भगवान समस्त देवताओं के गुरु हैं। अतः दोनों गुरु का मिलन 1 वर्ष में 1 मास में ही होता है। ऐसा लिखा है ज्योतिष में कि किसी का सूर्य एवं बृहस्पति नीच राशि गत है। अस्त है, वक्री है, डिग्री कम है एवं अशुभ है। स्थान पर है अशोक दृष्टि है। त्रिकोण में है या षटकोण में है या अष्टम में है या छठे भाव में या चतुर्थ भाव में अशुभ दृष्टि से विद्यमान हैं। तो सूर्य भगवान के लिए लाल वस्तु पदार्थ मीठे पकोड़े एवं नमकीन पकोड़े गेहूं गुड लाल वस्तु का दान पुण्य करना। मलमास में सर्वश्रेष्ठ बताया गुरु बृहस्पति भगवान के लिए पीली वस्तु का दान पुस्तक धान बेसन के लड्डू मुक्ति के लड्डू मोतीचूर के लड्डू चक्की बेसन की युक्ति बेसन की आदि पीली वस्तुओं का दान सर्वश्रेष्ठ बताया है। वृद्धजन, अशक्त विकलांग, अंध हीन, दिव्यांग, महिला पुरुषों को गर्म वस्त्र गर्म भोजन एवं सर्दी से बचाव के वस्त्र भोजन फल आदि दान करने से कामधेनु के समान फल लिखा है। मलमास स्वयं विष्णु भगवान के पास याचना करने गए कि 11 महीने में सब धर्म पुण्य करेंगे एवं मेरे महीने में मलमास नाम होने से जनमानस हीन भावना से देखेंगे। विष्णु भगवान ने मलमास को आशीर्वाद दिया कि जो भी जन्म प्राणी पुरुष महिला बच्चा बच्ची 11 महीने में पाप अधर्म अपराध गलती त्रुटि करेंगे वह मलमास में दान पुण्य धर्म करके अपने पापों से छुटकारा पाकर धर्म लाभ प्राप्त कर पाएंगे। तीर्थों का नदियों का समुद्रों का भी जो जनमानस स्नान पुण्य दान करके पाप तीर्थों में छोड़ देते हैं। उनको भी विष्णु भगवान ने आशीर्वाद दिया कि तीर्थों का नदियों का समुद्रों का पाप भी इस मास में क्षीण हो जाएगा एवं धर्म की वृद्धि होगी। इस मास में हवन पूजन परिक्रमा तीर्थाटन तीर्थ स्नान पूजन दान पुण्य धर्म का कोठी गुना फल है। विष्णु पुराण अग्नि पुराण ब्रह्मवैवर्त पुराण सूर्य पुराण अनेकों पुराणों में ज्योतिष के अनुसार यह श्रेष्ठ योग बन रहा है।
मलमास शुरू, शुभ कार्य रहेंगे वर्जित