तीर्थ नगरी पुष्कर में हो रही है पशुओं की दुर्गति, बीमार होने पर छोड़ दिया जाता है लावारिस

तीर्थ नगरी पुष्कर में पर्यटन विभाग केमल सफारी को बढ़ावा देने के लिये आये दिन बैठके औऱ जागरूकता के काम कर रहा है। वहीं पुष्कर में राजस्थान राज्य पशु ऊँट की दुर्गति हो रही हैं ऐसा ही एक मामला सामने आया है। ब्रह्मा मंदिर एंट्री प्लाजा के मुख्य गेट पर दो दिनों से ऊँट बीमार अवस्था में पड़ा है। आज योग शिक्षक यशवंत पाराशर ने ब्रह्म पुष्कर गौशाला में सहायता के लिए संपर्क किया तथा कुछ समय में वहाँ से हेमन्त रायता अपने साथ पशु चिकित्सक व स्टाफ सहित पहुँच गये। मौके इलाज करके रिलीफ़ देने की कोशिश की लेकिन डॉक्टर ने बताया कि इसकी हालत गंभीर बनी हुई है जैसे-तैसे गौशाला से व अन्य जगहों से सर्दी के बचाव हेतु बोरिया मंगवाकर उसे ढका गया है। गौरतलब है कि पुष्कर में केमल सफारी का कारोबार काफी फल फूल रहा है। जरूरत से ज्यादा ऊँटो को काम मे लिया जाता हैं फिर बीमार पड़ने पर लावारिस अवस्था में छोड़ दिया जाता हैं। प्रशासन से अनुरोध है कि ऐसे लोगो पर तत्काल पशु क्रूरता अधिनियम में कार्यवाही होनी चाहिए।