प्रथम प्रकाश संस्था एवं हरि ओम कॉलोनी विकास समिति के तत्वावधान में आर्य समाज के संस्थापक महर्षि स्वमी दयानन्द सरस्वती को उनकी जयन्ति के अवसर पर हरि ओम कॉलोनी विकास समिति के सचिव सागर मीणा के कार्यालय में नमन किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक प्रथम प्रकाश संस्था के अध्यक्ष लोकेश मिश्रा ने इस अवसर पर बताया कि महर्षि स्वामी दयानन्द सरस्वती का जन्म 12 फरवरी 1824 में टंकारा में हुआ था एवं दयानन्द का निधन 30 अक्टूबर 1883 को हुआ था।
हरि ओम कॉलोनी विकास समिति के सचिव सागर मीणा ने बताया कि महर्षि स्वामी दयानन्द सरस्वती का नाम मूल शंकर था और उन्होंने आर्य समाज की स्थापना की और बताया कि महिलाओं पर अत्याचार रोकने और विधवा विवाह के अधिकार के लिए स्वामी दयानन्द सरस्वती ने शुरूआत की।
जनसेवा समिति के महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि स्वामी दयानन्द सरस्वती ने आर्य समाज के दस नियमो को प्रतिपादित करके सबको उन दस नियमों का पालन करने की बात कही इससे मानव आर्य अर्थात श्रेष्ठ पुरूष बनता हैं।
इस अवसर पर प्रथम प्रकाश संस्था के अध्यक्ष लोकेश मिश्रा, महासचिव रमेश लालवानी, हरि ओम कॉलोनी के सचिव सागर मीणा, ब्रिजेश गोयल, प्रवीण कुलश्रेष्ठ, कपिल शर्मा, राजेश भडाणा सहित अन्य ने महर्षि स्वामी दयानन्द सरस्वती के जीवन के बारे में अपने विचार रखें और नमन किया।
आर्य समाज संस्थापक महर्षि स्वामी दयानन्द सरस्वती को जयन्ति पर किया नमन