हज़रत शहीद छड़ी बरदार रहमतुल्लाह अलैह का दो दिन का उर्स चल रहा है। हर साल चाँद की 16 ओर 17 तारीख को ये उर्स मनाया जाता है। हज़रत शाहिद छड़ी बरदार बाबा का मज़ार दरगाह इलाके के अंदर कोट में है उर्स के पहले दिन अस्र की नमाज़ के बाद अकीदतमंदों ने धूम धाम से बाबा की मजार पर चादर पेश की जिसमे काफी तादाद में लोगों ने शिरकत की।ओर ईशा की नमाज़ के बाद मिलाद शरीफ हुआ और फातेहा ख्वानी हुई आज दूसरे दिन हज़रत शहीद छड़ी बरदार बाबा के उर्स के कुल की रस्म अदा की गई।कुल की रस्म से पहले महफिले समाँ हुई। और सलातो सलाम पेश कर मुल्क में अमन-चैन,भाईचारा ओर खुशहाली की दुआ मांगी गई शहीद छड़ी बरदार बाबा की मजार के खिदमत गुज़ारों ने बताया कि ये बुज़ुर्ग हज़रत ख्वाजा मोइनुद्दीन के साथ आए थे। छड़ी बरदार बाबा का मज़ार अंदर कोट की केला बावड़ी के पास है। कुल की रस्म के बाद लंगरे आम का भी एहतेमाम किया गया।हर साल ये प्रोग्राम हज़रत शहीद बरदार कमेटी की जानिब से किया जाता है।
हजरत शहीद छड़ी बरदार रहमतुल्लाह अलैह का चल रहा है दो दिवसीय उर्स