प्रेम प्रकाश मण्डल के खारी कुई स्थित स्वामी ग्वालानन्द आश्रम परिसर अपने सत्संग प्रवचनो में महन्त सन्त स्वामी चेतनकृष्ण महाराज ने अपने सत्संग प्रवचनों में कहा कि सनत महात्मा अपने जीवन काल में मानव योनि का लागो को लाभ लेने की सीख देते हैं और बताते हैं कि मानव जीवन दुर्लभ योनि है इसका लाभ लेकार आवागमन से मुक्ति हासिल करो तथा मुक्ति का मार्ग बताते है।
आश्रम के प्रवक्ता एवं महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि इससे पूर्व दोपहर में सत्यनारायण भगवान की कथा का आयोजन किया गया। आश्रम की समस्त मूर्तियों का पूजन किया गया साथ स्वामी ग्वालानन्द ग्रंथ एवं गुरू ग्रंथ साहिब का पाठ जारी रहा।
मंगलवार18 फरवरी को प्रात: काल 10 बजे से सन्त समागम, दोपहर 12 बजे स्वामी ग्वालानन्द गंथ एवं गुरू ग्रंथ साहिब के अखण्ड पाठ में भोग ब्रम्ह भोज, कन्या भोज एवं आम भण्डारे का आयोजन किया जायेगा।
सायंकाल 5 बजे से पूज्य झूलेलाल साहिब के बहिराणे की सवारी एवं पल्लव के साथ तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन्न किया जायेगा।
मानव जीवन से लाभ दिलाकर आवागमन से मुक्ति का मार्ग बताते हैं सन्त-चेतनकृष्ण
• Anupam Jain