अजमेर। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर प्रदेश में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लॉकडाउन का असर अजमेर शहर सहित पूरे जिले में देखने को मिल रहा है।
पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने भी रामनगर क्षेत्र में पहुंचकर हाथ जोड़कर समझाइश का काम करते हुए बंद की पहल की। लॉकडाउन के तहत बंद दरगाह शरीफ पर पूरे साल रहने वाली व्यापक भीड़ के विपरीत मुख्य निजामगेट की सीढ़ियां वीरान नजर आई।
एक विकलांग जायरीन जरुर सीढ़ियों को चूमता दिखाई दिया। दरगाह बंद को लेकर कुछ असामाजिक तत्वों ने व्हाट्सएप पर विपरीत टिप्पणियां भी की जिसके चलते दरगाह कमेटी की शिकायत पर संबंधित दो लोगों के खिलाफ दरगाह थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
शास्त्रीनगर, लोहागल रोड, पुलिस लाइन, वैशाली नगर, माकडवाली रोड पर अधिकांश दुकाने सुबह से ही बंद रहीं। केवल डेयरी, मेडीकल शॉप खुली नजर आई। नया बाजार, पुरानी मंडी, मदार गेट, स्टेशन रोड पर दुकानों के शटर बंद रहे। आदर्श नगर, धोला भाटा, बिहारीगंज, नसीराबाद रोड, श्रीनगर रोड, मेयोलिंक रोड, फायसागर रोड, पुष्कर रोड पर भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति रही।
चाय की थडियां, पान की दुकानें नहीं खुली। सडक किनारे ठेले नहीं लगने से हर तरफ सन्ना पसरा रहा। रोडवेज बस स्टेंड तथा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की आवाजाही ना के बराबर रही। आटो, कैब, सिटी बस, टैम्पों नहीं चले।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा के निर्वाचन क्षेत्र केकड़ी में लॉकडाउन को अभूतपूर्व समर्थन मिला। केकड़ी के सभी बाजार जिनमें घंटाघर, तीन बत्ती चौराहा तथा बस स्टैंड का क्षेत्र पूरी तरह वीरान और सुनसान नजर आया।
उपखंड अधिकारी सुरेंद्र सिंह राजपुरोहित ने कहा कि दो घंटे की छूट की आड़ में जो अन्य दुकानदार भी अपनी दुकानें खोल रहे हैं उनके साथ सख्ती से पेश आया जाएगा और जरूरत पड़ने पर मुकदमे भी दर्ज होंगे।
उधर, अजमेर जिले में करीब 288 लोगों को होम आईसोलेशन में रखा गया है ताकि संक्रमण से पूरे जिले को बचाया जा सके। चिकित्सा महकमा पूरी मुस्तैदी से इस दिशा में जुटा हुआ है। जिला रसद विभाग की ओर से भी आज दिहाड़ी मजदूरों, गरीबों, फकीरों आदि लोगों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचकर खाने के पैकेट वितरित किए गए हैं।