एसपी कुंवर राष्ट्रदीप सिंह ने करवाई जायरीनों से दरगाह खाली

दुनिया में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के बढते खतरे पर मौजूदा वक्‍त में पूरी दुनिया संकट के दौर से गुजर रही है। ऐसे में हर भारतवासी का सजग और सतर्क रहना बेहद जरूरी है। इस महामारी का मुकाबला करने के लिए संकल्प और संयम बेहद जरूरी है। इस महामारी को रोकने के लिए एक नागरिक के नाते, अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से दिए जाने वाले दिशा निर्देशों की पालन जरूरी हो जाता है। इसी के चलते आज अजमेर के पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप सिंह शाम अचानक मय जाप्ते ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पहुंचे जहां उन्होंने अंजुमन कमेटी तथा दरगाह कमेटी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। कोरोना वायरस के खौफ के चलते तथा इसमें रखने वाली सुरक्षा को लेकर बातचीत हुई। पुलिस अधीक्षक ने सफल वार्ता के बाद दरगाह कमेटी में मौजूद जायरीनों दरगाह खाली कर अपने घर जाने के लिए कहा। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप सिंह ने बताया कि दरगाह कमेटी और अंजुमन के साथ वार्ता सफल रही और सहमति के आधार पर दरगाह शरीफ के 10 गेटों को बंद करवा दिया गया है अब केवल एक मात्र निजाम गेट को खुला छोड़ा गया है। लेकिन इसके बावजूद अब कोरोना वायरस के चलते किसी भी आम जायरीन को दरगाह में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। साथ ही दरगाह शरीफ के खिदमतगार लोगों को ही एक लिमिटेड संख्या में दरगाह में प्रवेश दिया जाएगा लेकिन वह सारी व्यवस्था की जाएगी जिससे भीड़ जैसा माहौल उत्पन्न ना हो जिसके चलते लोगों में कोरोना के वायरस लोगों को इफेक्ट ना कर सके। क्योंकि लोगों का जीवन बहुमूल्य है। उसे बचाने के लिए यदि किसी ने कोरोना वायरस तथा धारा 144 का उल्लंघन कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की तो आवश्यकता पड़ने उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि अजमेर व्यापारिक महासंघ ने स्वेच्छा से बाजार बंद करने में अपनी सहमति व्यक्त की लेकिन उन्होंने आवश्यक सेवाओं तथा रोजमर्रा से जुड़ी दुकानें खुली रखने के लिए कहा जिससे आम पब्लिक को रोजमर्रा की वस्तु के परेशान ना होना पड़े।