अजमेर। कोरोनावायरस महामारी के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लॉक डाउन कर रखा है। इसके चलते प्रशासन ने अपने स्तर पर व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए सुबह शाम बाजारों में समान खरीदारी के लिए छूट दे रखी है। लेकिन गरीब तबका इसका फायदा नहीं उठा पा रहा है। इसका मुख्य कारण उनके पास पैसे की कमी है। जो लोग दिनभर मजदूरी कर शाम को चूल्हा जलाने का काम करते हैं उनके घर में लॉक डॉउन की स्थिति में चूल्हा नहीं जल पा रहा है। इस स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने युद्ध स्तर पर लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था निशुल्क की है। वैसे तो यह जिम्मेदारी रसद विभाग की है लेकिन विभाग इतनी बड़ी जिम्मेदारी को अकेले नहीं संभाल सकता इसलिए प्रशासन ने सामाजिक सरोकार से जुड़ी संस्थाओं व भामाशाहों से आह्वान किया है कि वे आगे आएं और इस पुनीत कार्य में सहयोग प्रदान करें।
लॉक डाउन के चलते पार्षद चंद्रेश सांखला के नेतृत्व में जनता रसोई चलाई जा रही है। यह जनता को प्रतिदिन साढे तीन हजार खाने के पैकेट तैयार कर गरीब तबके के लोगों में वितरित कर रही है। इस पुनीत कार्य में दोनों क्षेत्रीय विधायक, नगर निगम से जुड़े 60 पार्षद और भामाशाह के सहयोग से जनता रसोई का संचालन चल रहा है। यहां बनने वाला खाना प्रत्येक पार्षद अपने अपने वार्डों में गरीब तबके के लोगों में ले जाकर वितरित कर रहे हैं। इसी तरह सर्राफा संघ ने भी इस पुनीत कार्य में अपनी सेवाएं देना शुरू कर दिया है।
सर्राफा संघ की ओर से आज 500 पैकेटों का वितरण किया गया। सराफा संघ की ओर से सुशील सोनी ने बताया कि आज पहला दिन है और जैसी भी आवश्यकता होगी संख्या बढ़ाई जाएगी। साथ ही बुधवार से सुबह शाम दोनों समय जैसे भी मांग आएगी वैसे ही खाना उनके निवास स्थान पर पहुंचा दिया जाएगा। इसी कड़ी में जाट महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूबे सिंह ने भी आज से अजयसर, खरेखड़ी गांव वासियों को खाने के पैकेट बाटे। सूबे सिंह ने बताया कि शहर में 50000 मास्क व सेनेटाइजर पुलिस व यातायात पुलिस एवं अन्य कर्मिको मैं बांटे गए हैं ।
एक उड़ान मासूमों के नाम संस्था भी शहर में अनेक स्थानों पर घूम-घूम कर सुखी खाद्य सामग्री गरीब लोगों तक पहुंचा रही हे। संस्थापक आशीष सोनी ने बताया कि जब से शहर में लॉक डाउन शुरू हुआ तब से यह संस्था गरीबों की सेवा में लगी हुई है व इनको लगातार खाद्य सामग्री पहुंचा रही है।इसी तरह पूरे शहर में भामाशाह खुलकर मैदान में आ चुके हैं। और गरीब तबके के लोगों को भोजन व्यवस्था करा कर इस पुनीत कार्य में जुटे हैं। सभी संस्थाओं की ओर से यह पुनीत कार्य जब तक लॉक डाउन जारी रहेगा तब तक चलता रहेगा। ऐसा नहीं कि इस कार्य में केवल प्रशासन या भामाशाह ही लगे हो।
इस कार्य में पुलिस विभाग से जुड़े लोग भी अपनी ड्यूटी के साथ कोरोनावायरस के संकट की इस घड़ी में पुलिस का भी मानवीय चेहरा सामने आया है। झुग्गी-झोपड़ियों में भूखे-प्यासे लोगों तक पुलिस ने खाना पहुंचाया।