कोरोना वायरस के चलते स्कूलों में छुट्टियां, लेकिन शिक्षकों को अवकाश नहीं

जयपुर। प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर राज्य सरकार ने 14 विभागों को छोड़कर सभी विभागों में 50 फीसदी कर्मचारियों को रोटेशन के आधार पर अवकाश देने के आदेश जारी किए हैं, लेकिन शिक्षा विभाग के शिक्षकों को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। प्रदेशभर के करीब 4 लाख से ज्यादा शिक्षक प्रतिदिन स्कूल में समय पर पहुंच रहे हैं। जबकि सरकार ने स्कूलों में 31 मार्च तक अवकाश की घोषणा की है। साथ ही सभी बोर्ड परीक्षाएं भी स्थगित की जा चुकी है, लेकिन इसके बाद भी शिक्षकों को स्कूल में आने के आदेश जारी किए गए हैं। 

वैश्विक महामारी में घर रहने दो 
स्कूलों में पढ़ाई व परीक्षाएं स्थगित किए जाने के बावजूद शिक्षकों की छुट्टी नहीं दिए जाने को लेकर कवि कुमार विश्वास ने ट्वीट किया कि देश की सरकारों, शिक्षामंत्रियों, शिक्षा-विभाग के उच्च अधिकारियों ये शिक्षक क्या स्पेशल धातु के बने हैं, जो इन्हें बिना परीक्षाओं के बिना कक्षाओं के हर रोज परिसरों में जमा कर लेते हो, देश की हर जरूरत में शिक्षक साथ खड़े होते हैं।


मूल विद्यालय में ज्वॉइन करने के आदेश 
उधर, बोर्ड परीक्षा स्थगित होने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) ने ड्यूटी पर लगे शिक्षकों को अपने मूल विद्यालय में ज्वॉइन करने के आदेश दिए हैं। डीईओ रामचंद्र पिलानिया ने बताया कि जब तक शिक्षकों के बारे में राज्य सरकार का आदेश प्राप्त नहीं होता, तब तक उन्हें अपने मूल स्थान पर ही हाजिरी देनी होगी। जिले के शिक्षकों को शुक्रवार को मूल स्कूल में बुलाया है। 

शिक्षक समाज में फैलाए जागरूकता 
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि शिक्षक वर्ग समाज का अभिन्न अंग है। देशहित में होने वाले सभी महत्वपूर्ण काम जैसे जनगणना, चुनाव आदि बिना शिक्षकों के संभव नहीं है। देश में चल रहे नाजुक हालात को देखते हुए सभी शिक्षक बंधुओं से अपील है की कोरोना महामारी पर जनता को जागरूक करें। आप और हमारी जिम्मेदारी कोरोना का इलाज कर रहे डॉक्टर्स से कम नहीं है। आस पड़ोस में लोगों को सावधान करें, सभी को ज्यादा जरूरी ना हो तो घर से बाहर ना निकलने के लिए कहें। उन्होंने कोरोना के चलते चल रही गफलत के बीच शुक्रवार को स्पष्ट किया कि फिलहाल शिक्षकों की छुट्टी नहीं की गई है। उन्हें पूर्वानुसार ही समय पर स्कूल पहुंचना होगा। साथ ही माध्यमिक शिक्षा निदेशक के निर्देशों के अनुसार ही शाला दर्पण और स्कूल के कार्य संपादित करने होंगे। 
शिक्षक संघों ने उठाई मांग 
राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा का कहना है कि स्कूलों में इस समय अवकाश चल रहे हैं। साथ ही कर्मचारियों को भी 50 फीसदी के रोटेशन के आधार पर अवकाश के आदेश जारी हो चुके हैं, लेकिन उसके बाद भी शिक्षकों को अवकाश की कोई घोषणा नहीं हुई है। ऐसे में दूर-दराज से आने वाले शिक्षकों को ट्रेन और बसों में सफर करना पड़ रहा है। शिक्षा विभाग और शिक्षा मंत्री को कई बार ज्ञापन दिया जा चुका है, लेकिन अभी तक आदेश जारी नहीं हुआ है। ऐसे में शिक्षा विभाग शिक्षकों को हितों में कदम उठाते हुए जल्द से जल्द अवकाश के आदेश जारी करें। वहीं, शिक्षक संघ सियाराम, राजस्थान शिक्षक एवं कर्मचारी संघ समायोजित सहित अन्य शिक्षक संगठनों ने यही मांग उठाई है।