नागौर। कोरोना वायरस को लेकर राजस्थान में सरकार और प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है। नागौर के डीडवाना में अस्पताल में अलग से काउंटर बनाकर मरीजों को राहत दी गई है।
दूसरी ओर एडीएम-एसडीएम द्वारा आगे की प्लानिंग करते हुए शहर से बाहर मेगा हाइवे पर पावटा गांव के अंबेडकर आवासीय विद्यालय में कोरोना की आपातकालीन स्थिति को देखते हुए 500 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
इसको लेकर एडीएम पीएल जाट और एसडीएम अंशुलसिह बीडीओ अर्चना मोर्य ने आवासीय विद्यालय का जायजा लिया और स्टाफ को छात्रावास को आइसोलेशन वार्ड बनाये जाने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन का मानना है कि यह शहर और गांवों से दूर रहेगा तो कहीं न कहीं लोगों को संक्रमण से भी बचाएगा।
एडीएम जाट ने कहा है कि बांगड़ अस्पताल में भी व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही भामाशाहों की भी मदद लेकर मास्क और सेनेटाइजर के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। बांगड़ अस्पताल में जरूरी सप्लाई को लेकर भी एडीएम ने कहा कि जल्द आपूर्ति करवा ली जाएगी।
आपको बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर राजस्थान सरकार बेहद सजगता दिखा रही है. गहलोत सरकार ने सबसे पहले पूरे में लॉकडाउन करने की घोषणा कर दी थी। सीएम खुद लगातार सभी स्थितियों पर नजर बनाए हुए हैं. इसी कड़ी में कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर फिर उच्चस्तरीय बैठक की गई।
खबर के मुताबिक, इस बैठक में गहलोत सरकार ने लॉकडाउन को देखते हुए फिर एक बड़ा निर्णय लिया। गहलोत सरकार यह फैसला किया है कि मंगलवार से राजस्थान में सभी निजी वाहनों पर रोक रहेगी। सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर यह फैसला किया है।
राजस्थान में केवल आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को ही अनुमति मिलेगी। सोमवार की रात से ही स्टेट हाईवे से जुड़े सभी टोल हो बंदकर दिए गए हैं। वहीं इस बैठक में गरीब तबके के लोगों के लिए भी अहम फैसले किए गए हैं। बता दें कि पूरे देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा।