सब्जियों की कालाबाजारी रोकने के लिए सामने आए थोक विक्रेता

दुमका। कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार ने पूरे राज्य में लॉकडाउन किया है। हालांकि लॉकडाउन के पहले दिन सोमवार को उपराजधानी दुमका में इसका कम असर देखा गया। सब्जी बाजार में भारी भीड़ जुट गई थी। इसका फायदा उठाते हुए दुकानदारों ने कालाबाजारी शुरू कर दी थी। लेकिन यह स्थिति न दोहराए, इसके लिए एसडीओ राकेश कुमार ने मंगलवार को थोक सब्जी विक्रेताओं के साथ आपात बैठक की. बैठक में यह फैसला लिया गया कि प्रति दिन थोक विक्रेता सब्जी के दाम सार्वजनिक करेंगे। साथ ही थोक विक्रेता सिर्फ खुदरा बिक्रेता को ही सब्जियां बेचेंगे। आम लोग खुदरा बिक्रेता से सब्जियां खरीद पाएंगे।


थोक सब्जी विक्रेता संघ ने प्रशासन के इस निर्णय का स्वागत करते हुए अपील की कि सब्जी की गाड़ियों को अनावश्यक रूप से मत रोका जाए। संघ के सदस्य आनंद केसरी ने कहा कि लोग घबराएं नहीं। उनके लिए पर्याप्त मात्रा में सभी प्रकार की सब्जियां उपलब्ध रहेंगी।

संघ ने मंगलवार के लिए दाम सार्वजनिक किये 

बंधगोभी-10 रु/ प्रति किलो फूलगोभी-15 रु/ प्रति पीस

परवल- 80 रु/ प्रति किलो

सोटी- 110 रु/ प्रति किलो

टमाटर- 16 रु/ प्रति किलो

हरी मिर्च- 40 रु/ प्रति किलो

आलू- 17 रु/ प्रति किलो

प्याज- 18 रु/ प्रति किलो

करेला- 30 रु/ प्रति किलो

कालाबाजारी पर लगेगा अंकुश 

एसडीओ राकेश कुमार ने कहा कि सब्जियों के थोक दाम सार्वजनिक होने से आमलोगों को कीमतों को पता रहेगा। इससे कालाबाजारी पर अंकुश लगेगा। खुदरा कारोबारी अपना उचित मुनाफा लेकर जनता को सब्जियां बेचेंगे।